
इस बार वर्ल्ड कप सिर्फ बॉल और बैट से नहीं, नक्शे और नीति से भी खेला जाएगा। भारत की मेज़बानी, लेकिन पाकिस्तान के मेहमान – अब भारत नहीं आएंगे, बल्कि श्रीलंका में रुकेंगे, जैसे क्रिकेट का Airbnb बुक कर लिया हो।
“देशभक्ति का ऑनलाइन टेस्ट: सलमान साहब पास होंगे या फेल?”
बाउंड्री के पार, रिश्ते आउट!
आईसीसी ने सोच लिया है – जब घर के लोग बात नहीं कर रहे, तो पड़ोसी के लॉन में खेल लो!
भारत ने पहले ही कह दिया था कि “भाई साहब, चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान नहीं आ सकते।”
पाकिस्तान ने पलटकर कहा, “हम भी महिला टीम को भारत नहीं भेजेंगे।”
और इस “तू न सही, कोई और सही” की रज़ामंदी में श्रीलंका को न्यूट्रल वेन्यू बना दिया गया — क्रिकेट की ग़ैर-राजनीतिक राजनीति का नया मैदान।
भारत-पाक मैच: मैदान बदला, माहौल वही
पाकिस्तान के सात ग्रुप स्टेज मैच अब कोलंबो में होंगे — भारत और इंग्लैंड के ख़िलाफ़ भी। मतलब मैच तो होगा, लेकिन स्टेडियम के गेट पर बोर्ड लगा होगा — “भारत में निर्मित तनाव, श्रीलंका में परोसा गया।”
अगर पाकिस्तान सेमीफाइनल और फाइनल में पहुंचा, तो वो भी श्रीलंका में होगा — शायद यही रणनीति है: “मैच जीतो या ना जीतो, वीज़ा पक्का हो श्रीलंका का।”
क्रिकेट डिप्लोमेसी: जब बाउंड्री लाइन ही एलओसी हो जाए
आईसीसी अब शायद भविष्य में “न्यूट्रल कंट्री लीग” भी शुरू कर दे — जिसमें मैच खेलेंगे दो देश और जगह तय होगी तीसरी! कॉमेंट्री होगी अंग्रेज़ी में, लेकिन साउंडट्रैक होगा कूटनीति का।
क्रिकेट के मैच अब इमोशनल इमीग्रेशन स्टैम्प के साथ
महिला वर्ल्ड कप तो है, पर पूरी तरह महिला-मुक्त नहीं — क्योंकि इस बार असली मुकाबला होगा क्रिकेट बनाम राष्ट्रवादी नाराजगी का। कौन जीतेगा? पता नहीं। पर हां, जो भी होगा — वो ट्विटर पर जरूर ट्रेंड करेगा।
3 जून राशिफल: मेष को टेंशन, वृषभ को पैसा और सिंह को सीखने का मौका!